रमजान महीने और रोजो के सवाल और जवाब - Golden Words

Tuesday, April 5, 2022

रमजान महीने और रोजो के सवाल और जवाब

 हमसे वो काफी सारी गलतियाँ इस रमजान महीने में हो जाती है और हमे पता भी नहीं होती, तो आज के इस पोस्ट में हम रमजान के रिलेटेड सवाल और जवाब को लिखेगे ताकि आपको इस माहे रमजान और रोजो के बारेमे जानकारी मिल सके 



रमजान और रोज़े के Question और answer

सवाल : हुक्का बीड़ी सिगरेट चूर्ण  सिंगार  पीने से रोजा टूट ता है या नहीं ???

जवाब :- रोजा टुट जाता है

सवाल : अल्लाह त'आला रमजानुल मुबारक की हर रात में इफ्तार के वक्त कितने गुनहगारों को दोजख से आजाद फर्मा देता है???

जवाब : 60 हज़ार 

सवाल : अये इमान वालो तुम पर रोज़े फ़र्ज़ किए गए जैसे अगलो पर फ़र्ज़ हुए थे........ रब का ये फरमान किस सुरह का है???

जवाब : सुरह बकराह

सवाल : कौनसी दवा लेने से रोज़ा टूट जाता है?

जवाब : आंख की दवा आंख में डालने से 

सवाल : ऐसा मानो के आप बहुत सख्त मेहनत ( Hard work)  करते हो आप अगर नही कमाने जाओगे तो आपका परिवार को खाने के फांके पड़ जायेगे और आपके पास कोई दूसरा रोजगार नहीं है तो आप पर रोजे रखने का क्या हुक्म होगा?

जवाब : आप रोज़ा ना रखो चले मगर बाद में आप कजा कर सकते हैं

हवाला : https://youtu.be/tZUWwc6gRsE

सवाल : हमारी सरहद पर जो इस्लामी भाई आर्मी में है उनको रमजान में रोजा रखना कैसा है क्या उनके लिए रोजा रखना ही पड़ेगा?

जवाब : रोज़ा ना रखे मगर बाद में वो कजा करे तो चले 

सवाल : बच्चो की बोर्ड की एक्जाम चल रही है तो उन बच्चो को रोजा रखेगे तो भूख की तकलीफ होगी ऐसे में वो अपना पेपर सही तरीके से लिख नहीं पाएंगे तो उनके लिए रोजे का क्या हुक्म होगा?

जवाब : ना यह सही नहीं हैं उन्हे रोजा रखना पड़ेगा

सवाल : हमे हमारे माल़ पर कितनी जकात अदा करनी होगी?

ऐसा मनो की आपको 1,00,000 पर जकात अदा करने की है तो 2.5 % के मुताबिक 2,500 rs होंगी अब हमारे option के मुताबिक गिने

1) 1,00,000 × 1/30 = 3333.33
2) 1,00,000 × 1/2.5 = 40,000
3) 1,00,000 × 1/40 = 2,500
4) 1,00,000 × 1/ 25 = 4000

यानी जवाब होगा 1/40 = 2.5 % 

सवाल : अगर किसी शख्स पर गुसल वाजिब हो गया है और वो रोजा रखने के बाद वो तुरंत गुसल करे तो  उसके रोजे का क्या हुक्म होगा?

जवाब :  रोजा हो जाएगा

सवाल : अगर मुक्तदी रमजान में तरावीह के बाद इमाम के पीछे वितर की नमाज की तीसरी रकात पढ़ रहे हो, इमाम सुरेह फातिहा पढ़ कर सीधे रुकुमे चले गए और रूकुमे याद आया की दुआए कुनुत पढ़ने की रह गई और इमाम वापस क्याम कर कर सूरत और दुआए कुनुत पढ़ी बाद में रुकु किया मगर मुक्तदी ने रुकु किया नही तो अब मुक्तदी की नमाज़ का क्या हुक्म होगा?

जवाब : नमाज़ हो जाएगी

 

सवाल : *रोज़े की कितनी किसमे है यानी रोज़े कितनी तरह के होते है????

जवाब : 5 किस्में है

सवाल : क़ुरआन ए पाक मे सिर्फ एक मुबारक महीने का नाम आया है वो कोनसा है

जवाब : रमज़ान

सवाल : माहे रमज़ान में शैतान को कैद करदिया जाता हैं तो फिर जो इंसान गुनाह करता है वो किस की वजसे करते है???

जवाब : नफस ए अम्मारा की वजसे

सवाल : रमज़ान का रोजेदार जब एक सजदा करता है तो उसके लिए कितना सवाब मिलता है

जवाब : जन्नत मे एक दरख़्त

सवाल : रमज़ान में नफिल का सवा फ़र्ज़ के बराबर कर्दिया जाता है लेकिन फ़र्ज़ का सवाब कितना??

जवाब : 70 गुना करदिया

सवाल : सेहरी में ताखीर (देर) करना कैसा............❓

जवाब : अफजल है 

हवाला : सेहरी में ताखीर करना अफ़ज़ल हैं जैसा कि हजरते सय्यिदुना या’ला बिन मुरह رضی اللہ تعالیٰ عنہ से रिवायत है की प्यारे आका ﷺ ने फरमाया तीन चीजों को अल्लाहعزوجل महबूब रखता है ( मिरकातुल मफ्तह जिल्द 9 सफह 988)

सवाल : कल में सुबह 7 बजे स्कूल गया था और वापस 12 बजे आया फिर 2 बजे में बोर्ड की एग्जाम चल रही है तो उसका सुपरविजन करने गया था और 7 बजे घर वापिस हुआ और रोजा खोला बाद में में बहुत थक गया था मुझे तरावीह पढ़ने की इच्छा थी मगर मुझसे तरावीह पड़ने की हिम्मत नही थी तो मैने नही पढ़ी तो मुझ पर क्या हुक्म होगा 

जवाब : मुझे पर गुनाह नही लगेगा
हवाला : https://youtu.be/zzsy8kyh3WI

सवाल : कल मगरिब के बाद मे अपने दोस्त के वहा गया था तो मुझे घर आने में देर हो गई तो में जल्दी जल्दी मस्जिद पहोचा तो वहा तरावीह की 4 रकात खत्म हो गई थी में तरावीह में सामिल हो गया फिर बाद में मेने ईशा की नमाज पढ़ी और फिर बाकी की 4 रकात तरावीह की पढ़ी तो मुझे क्या करना चाहिए था मेने सही किया या गलत किया  ?

जवाब : मैंने गलत किया मुझे पहले ईसा की 4 रकात फर्ज अदा करनी चाहिए बाद में तरावीह में शामिल होना चाहिए था

सवाल : हम कई जगा पर देखते है की रोजा खोलने की दुआ यानी इफ्तार की दुआ रोजा खोलने के बाद पढ़ते है यह सही है के गलत?

जवाब :  हा यह सही तरीका है

सवाल : अगर रोज़े की हालत में जिस्म से खून निकले तो क्या रोज़ा टूट जाता है ?

जवाब :नहीं टूटता 

सवाल : नाक में अगर फोड़ा हो तो क्या उसपे मरहम लगा सकते है ?

जवाब :अगर मरहम दिमाग पे चढ़ गया तो रोज़ा टूट जायेगा, अगर नाक के निचे है और मरहम लगाने पे दिमाग पे नहीं चढ़गा तो लगा सकते है , रिस्क ज्यादा है 

सवाल : रोज़े की हालत में गुनाह करने के वसवसे आये तो क्या करे ?

जवाब : उस वसवसो पर तवज्जु ना दे और वसवसो का इलाज करे, तवज्जु ना देना भी वसवसो को दूर करता है 

सवाल : रोज़े में लिपस्टिक लगाने से क्या रोज़ा टूट जाता है ?

जवाब :अगर लिपस्टिक का मुह में असर गया और उसका टेस्ट हलक में महसूस हुआ तो रोज़ा टूट जायेगा, रिस्क है इस लिए लगायी ना जाए 

सवाल : रोज़े की हालत में अगर पानी हलक में महसूस हुआ तो क्या रोज़ा टूट जाता है ?

जवाब : अगर हलक में पानी उतरा है और महसूस हुआ तो रोज़ा टूट जायेगा 

सवाल :  रोज़े की हालत में स्टीव या भांप लेने से रोज़ा टूट जाता है ?

जवाब : हां टूट जाता है 

सवाल : क्या रोज़े में मुह के अन्दर पान रख सकते है ?

जवाब : रोज़े की हालत में मुह में पान रखने से हलक में महसूस होता है जिसकी वजह से रोज़ा टूट जाता है रोज़े की हालत में पान नहीं रख सकते मुह में

सवाल : रोज़े की हालत में बार बार थूक निगलने से रोज़ा टूट जाता है ?

जवाब : नहीं टूटता 

सवाल : क्या अगरबत्ती को सूघने से रोज़ा टूट जाता है ?

जवाब : अगर अगरबत्ती की धुवा हवा में फैला हुआ है और उसकी खुसबू नाक में जाए तो रोज़ा नहीं टूटेगा लेकिन आपने जलती अगरबत्ती को नाक के नजदीक लाकर उसको सुंगा तो रोज़ा टूट जायेगा 

सवाल : रोज़े की हालत में अगर माँ अपने बच्चे को दूद पिलाये  तो क्या रोज़ा टूट जायेगा ?

जवाब : नहीं टूटेगा 

सवाल : रोज़े में इन्सुलिन लगाने से रोज़ा टूट जायेगा ?

जवाब : नहीं टूटेगा 

सवाल : खाना वगेरा चखने से रोज़ा टूटेगा ?

जवाब : खाना वगेरा चखने से रोज़ा मकरूह हो जायेगा और अगर उसका जायका हलक में महसूस होगा तो रोज़ा टूट जायेगा, ( अगर जगडा होने का डर है और मजबूर है तो जुबान की नोक पर टच कर के थूक दे ) 

सवाल : रोज़े की हालत में सुरमा लगाना कैसा है ?

जवाब : सुरमा लगा सकते है रोज़े की हालत में 

सवाल : रोज़े की हालत में बाल कटवाना कैसा है ?

जवाब : कटवा सकते है कोई हर्ज़ नहीं है 

सवाल : रोज़े की हालत में आँखों में ड्रॉप डालने से रोज़ा टूट जायेगा ?

जवाब : रोज़े की हालत में आँखों में ड्रॉप डालने से रोज़ा टूट जायेगा 

सवाल : रोज़े की हालत में क्या ब्रश कर सकते है ?

जवाब : रोज़े की हालत में ब्रश नहीं कर सकते क्यूंकि इसका बारीक़ जयका भी हलक में महसूस होगा और रोज़ा टूट जायेगा 

सवाल : रोज़े की हालत में कान में दावा डालने से रोज़ा टूट जायेगा ?

जवाब : नहीं टूटेगा, रोज़े की हालत में कान में दावा डाल सकते है, लेकिन अगर कान का पर्दा फटा हुआ है तो रोज़ा टूट जायेगा 

सवाल : रोज़े में इंजेक्शन लगवा सकते है ?

जवाब : हां लगवा सकते है 

सवाल : रोज़े में इतर लगा सकते है ?

जवाब : हां लगा सकते है 

सवाल : रोज़े की हालत में नाख़ून काट सकते है ?

जवाब : हां काट सकते है 

सवाल : रोज़े की हालत में अगर किसीको खून देने से रोज़ा टूट जायेगा ?

जवाब : नहीं टूटेगा 

सवाल : झूठ गीबत चुगली गाली गलोच  किसी को तकलीफ देने की वजह से रोजा???

जवाब : मकरुह हो जाएगा

सवाल : अगर किसी का रोजा गलती से टूट जाए तो फिर भी उसे मगरीब तक कुछ भी खाना-पीना???

जवाब : जायज़ नही

हवाला : आगर किसी का रोजा गलति से टूट जाए तो फिर भी उसे मगरिब तक कुछ भी खाना पीना जायज नहीं है पूरा दिन मिस्ल रोज के ही गुजारना वाजिब है युंही जो सख्स रमजान में खुले आम खाये हुक्म है की उसका सर कट किया जाए

 बहारे शरीयत, हिसा 5, सफाह, 118/119

सवाल : हज़रत इमाम गजाली (ﺭَﺣْﻤَﺔُ ﺍﻟﻠﻪِ ﺗَﻌَﺎﻟٰﻰ ﻋَﻠَﻴْﻪِ) के फरमान के मुताबिक रोज़े की हालत में कम सोना कैसा............❓

जवाब : सुन्नत है

सवाल : हुज़ूर नबी ए करीम ﷺ इरशाद फरमाते है जो सोने और चांदी का मालिक हुआ और उस ने उस का हक अदा न किया यानी जकात अदा न की तो कयामत के दिन............❓

जवाब :  आग के पत्थर से उस की पेशानी और पीठ को दागा जायेगा

सवाल : किस  की पाबंदी की बरकत से सारे सगीरा गुनाह मुआफ हो जाते हैं............❓

जवाब : तरावीह

सवाल : हजरते काबुल अहबार رضی اللہ تعالیٰ عنہ से मरवी हैं  रसूल ए करीम ﷺ के फरमान के मुताबिक किन लोगो को बेहद व बेहिसाब अजर दिया जायेगा............❓

जवाब : रोजादार को, आलिमे कुरआन को

सवाल : इनमें से किस को फ़ासिक़ और क़त्ल का मुस्तहिक़(हक़दार) बताया गया...?????

जवाब : ज़कात नही देने वाले 

सवाल : हमने रोजा रखा है और हमे रोजा खोलना है अगर हमारे पास खजूर नही है तो किस चीज़ से हमे रोजा खोलना चाहिए?

जवाब : पानी से

सवाल :  जिस शख्स को अस्थमा ( दम का रोग) हो और उसे जो ऑक्सीजन पंप की जरूर होती है तो वो शख्स रोजा रखे और उसे वो पंप से ऑक्सीजन लेने की जरूर पढ़े तो क्या उसके रोजे का क्या हुक्म होगा ?

जवाब : उस शख्स का रोजा टूट जाएगा

सवाल : सवाल : जिस शख्स ने 10 दिन का ऐतेकाफ करता है उसे क्या अल्लाह पाक की ओर से इनाम मिलता है ?

जवाब : 2 हज और 2 ऊमरे करने का

सवाल : जिस गांव में इमाम मुकर्रर है वहा कौनसी तरावीह पढ़नी चाहिए ?

जवाब : कुरान शरीफ की

सवाल : तरावीह में 3 बार कुरआन मजीद खत्म करना कैसा है ?

जवाब : अफजल

सवाल : क्या नाबालिक बच्चा एतेकाफ में बैठ सकता है?

जवाब : हां बैठ सकता है

सवाल : अगर किसी शख्स ने एक दिन का भी रोजा रखा तो अल्लाह रब्बुल आलमीन उस शख्स के चेहरे को कितना वक्त जहन्नम की आग से दूर रखेगे ? ( सिर्फ रोजा नही मगर साथ में नमाज पढ़नी, जकात देनी, कुरान की तिलावत करनी, गुनाह से बचना यह सब भी होना चाहिए)

जवाब : 70 साल 

सवाल :- हुज़ूर नबी ए करीम ने किन लोगो के लिए फरमाया के वो लोग हमेशा खैर के साथ रहेंगे. ?

जवाब : जो लोग इफ्तार में जल्दी करेंगे

सवाल : अल्लाह पाक ने हम पर रमजान के रोज़े क्यों फर्ज किए ?

जवाब : तकवा की राह इख्तियार करने के लिए

सवाल : मेरी पिछले साल नौकरी नहीं थी तो मैने ऐसा माना था के अगर्चे मुझे नौकरी मिल जाएगी तो में अगले साल रमजान में 10 दिन का एतेकाफ करुगा और मुझे नौकरी मिल गई अब में ऐतेकाफ में करु तो अब यह ऐतेकाफ कैसा होगा?

जवाब : वाजिब 

सवाल : किस रिश्तेदार को जकात नहीं दे सकते? (सैयद को जकात नहीं दे सकते )

जवाब : नाना नानी को 

सवाल : मस्जिद में इफ्तारी का खाना आता है उससे मेने मस्जिद में रोजा खोला तो मेने देखा के कई बिना रोजेदार नाबालिक बच्चे हमारी साथ इफ्तारी कर रहे थे तो ऐसा करना कैसा है ?

जवाब : हराम है 

हवाला : https://youtu.be/QjS-qKvzWSo

सवाल :- फरिश्ते रमज़ान के महीने के वक्तो में और जिब्रियल अलैहि सलाम शबे केंद्र में किस के लिए अस्तगफार करते है.

जवाब : जिस ने हलाल खाने या पानी से रोजा इफ्तार कराया

सवाल : जकात फर्ज और उसका इंकार करने वाला???

जवाब : काफिर 

सवाल : में जहां नौकरी कर रहा हु वहा एक मेरे उपरी साहेब है जिनका नाम राजेश है वो मुझे इफ्तारी की दावत दे रहे है अगर में  यह इफ्तारी नामंजूर करु तो मुझे आर्थिक और मानसिक तरीके से नुकसान होने की शंका है और हमारे तालुकात भी बिगड़ सकते है तो मुझे यह इफ्तारी का क्या हुक्म होगा ?

जवाब : इफ्तारी कर लेनी चाहिए

सवाल : हदीस में आया है की सेहरी करने वाले को --- कौनसा इनाम मिलता है?

जवाब : फरिश्ते दुआ करते है और अल्लाह और फरिश्ते दूरुद भेजते है

सवाल : कल में जोहर में वुजू कर रहा था तभी एक भाई का मुझे धक्का लगा तब मेरे मुंह में जो पानी था उसमे से थोड़ा पानी मेरे मुंह में चला गया तो मेरे रोजे का क्या हुक्म होगा?

जवाब : रोजा टूट जाएगा और मुझे रोजा कजा भी करना होगा

सवाल : एतेकाफ में पूरे गांव में से कम से कम कितने लोगो को बैठना होगा तो ही पूरा गांव गुनेगार नहीं होगा?

जवाब : 1

सवाल : एतेकाफ के लिए कब तक बैठ सकते है ( लेट में लेट वक्त )?

जवाब : मगरिब से 20 या 25 मिनिट पहले

सवाल : आज जो भी भाई - बहन एतेकाफ में बैठे है उनमें से अगर किसी भाई - बहन का रोजा भूल से टूट जाता है तो उस भाई - बहन का क्या मामला होगा ?

जवाब : उनका अतेकाफ टूट जाएगा और ईद के बाद उन्हें उस रोजे का कजा करना होगा

सवाल : यहां एक बहने ने इमाम साहब से पूछा के मेरी वालेदा बीमार है उनकी देखभाल करनी पड़ेगी और मुझे सुन्नते मोअकदा एतेकाफ भी करना है तो मौलाना ने कहा कोई बात नहीं आप कर सकते है तो आप क्या कहना चाहते हो ? 

जवाब : नही मौलाना की बात गलत है वो बहन का एतेकाफ टूट सकता है, अगर एतेकाफ करना हो तो नफिल  कर सकते

सवाल : एतेकाफ़ में जो भाई बैठे है वो लाउडस्पीकर के अलावा अजान देना चाहते है तो क्या मामला होगा उनके अतेकाफ का ( अजान की जगा मस्जिद की हद से बाहर है ) ?

जवाब : हा, अजान दे सकते हैं कोई हर्ज नहीं

सवाल :  हमारे गांव में जो लोग एतेकाफ में बैठते है उनके लिए हमारे गांव के कुछ लोग खाने पीने का इंतजाम करते है तो उनके साथ जिस शख्स ने अतेकाफ नहीं किया उनका खाना कैसा है? 

जवाब : हराम है

सवाल :  हमे पता है की रमजान में 1 का 70 गुना मिलता है तो हम सब किसकी भी अजनबी की मदद के लिए तैयार रहते है । अगर हमारी मस्जिद में कोई साहिल आ के मस्जिद में नमाज़ के बाद कहने लगे के मेरा घर लूट गया है मेरी मदद कीजिए तो उसे देना कैसा है ?

जवाब : गुनाह है, 1 का 70 गुना कफ्फारा करना पड़ेगा

सवाल :  एक भाई के पास एक साल की एक फिक्स डिपोजिट है 2,00,000 की जो ईद के 15 दिन के बाद परिपक्व हो रही है तो उस भाई को जकात कब देनी होगी?

जवाब : जब परिपक्व हो जाए तब

सवाल :  फितरा किस पर वाजिब है ?

जवाब : जो साहिबे निसाब हो वैसे नाबालिक बच्चे, मर्द और औरत पर, हर मुस्लमान छोटा बड़ा मर्द और औरत बालिग हो या   नाबालिग मलिके निसाब होतो फित्रा वाजिब है जैसे साडे 52 तोला चांदी के कीमत का मालिक या मालकिन हो समझाने के लिए जैसे उसके पास इतनी चांदी या सोना या इतना माल सामान जो बैचने  के लिए दुकान में हो या उसके पास हो अगर  सबको  मिलाकर  साडे 52 तोला चांदी की कीमत होती है तो उस पर फित्रा वाजिब है 

सवाल : फितरा अदा करने से रोजो पर किया फर्क पड़ता है

जवाब : हम कितना भी रमजान में संभले ध्यान रखें मगर हमसे कोताहीयां गलतियां हो ही जाती है  रोजों में कोताही या गलती या कोई बुरी बेहूदा बातें कि होंतो फित्रा अदा करने से दूर होजता है

सवाल : क्या ईद की नमाज के बाद फित्तरा दिया तो अदा हो जाएगा

जवाब : ईद के नमाज के बाद फितरा अदा करने से अदा हो जाएगा
मगर कामिल वक्त्त में अदाकारने से स्वाब कामिल मिलता है हो सके तो ईद कि नमाज से पहले अदा कर दें
क्योंकि ईद के नमाज से पहले फितरा अदा करना सुन्नत है
फतावा फैजुर्रासुल  में है सदका फितरा  ईद की नमाज से पहले अदा करना सुन्नत है लेकिन अगर उस वक्त नहीं अदा किया या ना कर सका तो अब ईद के दिन ईद के नमाज के बाद अदा कर दे

सवाल :  हमे पता है की कितना बड़ा महीना हमसे अलविदा हो रहा है और दूसरी तरफ यह गर्मी से लोग परेशान है , तो हम देख रहे है की कितने भी हट्टे कट्टे भाई - बहन  रोजा नहीं रखते बल्कि वो लोग खुले आम खा पी रहे है और रोजेदार उनको देख रहा होता है तो उन लोगो पर क्या हुक्म है?

जवाब : उन्हे कत्ल कर डालो

सवाल : शबे कद्र को किस किस शख्स की मगफिरत नहीं होती  ?

जवाब : किना रखने रखने वाले की, शराबी की, रिश्तेदारो से रिश्ता तोड़ने वाला की, मां बाप की बात ना माननेवाला

सवाल : शबे कद्र की रात हो तो ऐसी बड़ी बड़ी रातो में हमे कौनसी नमाजे पढ़नी चहिए ।

जवाब : ज्यादा से ज्यादा कजा-ए -उमरी

सवाल : कोई भाई या बहन ने पूरे महीने के रोजे रखे तो वो भाई या बहन ईद का रोजा रखना चाहते है तो ईद का रोजा रखना कैसा है?

जवाब : हराम के नजदीक है

सवाल : एक मुस्लिम का घर है वहां 25 में रोजे के दिन एक शख्स का इन्तेकाल हो गया है तो अब उनके घरवाले सब बच्चे, मर्द और औरते ईद पर नए कपड़े लाने का , गुमने जाने का और सब को मिलने का इन्कार कर रहे है में भी मानता हु के उनका गम जायज है अल्लाह उन्हें  हिम्मत और सबर अता करे  आप इस के बारे में क्या कहना चाहते हो ?

जवाब : अगर वो लोग ईद नहीं करेगे तो वो गुनेगार होगे उन्हे सब कुछ करना चाहिए जैसे पहले आगे कि ईद में करते थे वैसा

सवाल :- अगर पहले ज़कात दे दी फिर मालिके निसाब हुआ तो ऐसी सूरत में दिया हुआ माल ज़कात में............❓

जवाब : जकात में शुमार नहीं होगा, अगर पहले ज़कात दे दी फिर मालिके निसाब हुआ तो ऐसी सूरत में दिया हुआ माल ज़कात में शुमार नही होगा , बल्कि उसकी ज़कात अलग से देनी होगी........!!
📚✍(फैजाने ज़कात ,सफा न० 20 ,21 )

सवाल :- रमजान के महीने में जन्नत के कितने दरवाजे खोल दिए जाते हैं????

जवाब : 8 दरवाजे

सवाल :-ऐतैक़ाफ की कितनी क़िस्म हैं_❓

जवाब : 3 क़िस्म

सवाल :-रमजानुल मुबरका मेन आख़री 10दिन मेन ऐतैक़ाफ मे बेठना क्या हैं _❓

जवाब : सुन्नत ए मोकदा

सवाल :-:- रोज़े की हालत में जेरे नाफ़ (नाफ़ के नीचे के ) बाल काटना औऱ सेविंग ( दाढ़ी ) बनवाना कैसा...........❓

जवाब : नाफ के बाल काटना जायज़ हे सेविंग बनाना हराम हैं
✍️ _:-नाफ़ के बाल काटना जाइज़ है , सेविंग करना हराम , इन तमाम कामो से रोज़ा नहीं टूटता यानि रोजे की हालत में नाखून काटना , बाल काटना , तेल लगना इन सब से रोजा नही टूटता .....!!
📚✍( रद्दुल मुहतार ज़िल्द-3 सफ़ह न०-421)

सवाल :- नाबालिग बच्चो औऱ पागल पर सदक़ा ए फित्र देना कैसा..........*❓

जवाब :  वाजिब हैं
सदक ए फित्र वाज़िब होने के लिए आक़िल औऱ बालिग होना शर्त नहीं है , अगर छोटे बच्चे औऱ पागल ( पागल चाहे बालिग हो या नाबालिग ) साहिबे निसाब हो तो उनका सरपरस्त उनके माल में से अदा करेगा औऱ अगर वह साहिबे निसाब न हो तो फिर उनके सरपरस्त पर वाज़िब है कि उनकी तरफ से सदक ए फित्र अपने माल में से अदा करे.....!!

📚✍( फतावा आलमगीरी ज़िल्द-1 सफ़ह न०-191)
📚✍️(रद्दुल मुहतार अला दुर्र मुख्तार , जिल्द 2 सफ़ह 365)

सवाल :- _:- _ज़मीन अगर बटाई पर दे कर खेती करवाई तो जमीन के मालिक औऱ खेती करने वाले दोनों को पैदावार का कौनसा हिस्सा ज़कात में देना वाज़िब हैं..........*❓

जवाब : 10 वा या 20 वा

ज़मीन पर अगर बटाई दे कर खेती कराई है तो जमीन वाले औऱ खेती करने वाले दोनों को जितनी जितनी पैदावार मिली है  दोनों को अपने अपने हिस्से की पैदावार का 10वा या 20वा हिस्सा निकालना वाज़िब हैं .....!!


📚✍( जन्नती ज़ेवर , सफ़ह न०-338 )

सवाल : हुजुर مُحَمَّدﷺ ने फ़रमाया की बंदे  का रोज़ा आसमान व जमींन मे रोका  रहता हैं जब तक वो…….

जवाब : सदक़ा ए फ़ितरा ना दें

सवाल :- _जिस बच्चे की वालिदा मालिके निसाब हो मगर उसके वालिद जिंदा न हो तो उस बच्चे को ज़कात देना कैसा...........*❓

जवाब : देना जायज़ हे

जिस बच्चे की वालिदा मालिके निसाब हो मगर उसके वालिद ज़िंदा न हो तो उस बच्चे को ज़कात देना जाइज़ है....!
📚✍( बहारे शरीअत , हिस्सा 05 ,सफ़ह न०-47 )

सवाल :- सबे क़द्र मे इबादत करना कितने महीनो की इबादत से अफ़ज़ल हे????

जवाब : 10000 महीने

सवाल :- *सदक़ा ए फ़ीत्र कब अदा किया जाए???

जवाब : ईद की नमाज़ से पहेले

सवाल :- *नमाज़े ईदेंन या'नी ईद के दिन जो  ख़ुत्बा पढा जाता है वो पढ़ना इनमे से क्या हैं.........._❓

जवाब : सुन्नत है

ईदेन की नमाज़ वाज़िब होने औऱ जाइज़ होने की वही शर्त है जो जुमुआ के लिए है फर्क इतना है कि जुमुआ का खुत्बा शर्त है औऱ ईदेन का ख़ुत्बा सुन्नत है , दूसरा फर्क येह भी है कि जुमुआ का ख़ुत्बा नमाज़े जुमुआ से पहले है औऱ ईदेन का ख़ुत्बा के लिए नमाज़े ईदेन के बा'द औऱ एक तीसरा फर्क येह भी है कि जुमुआ के लिए अज़ान व इक़ामत है और ईदेन के लिए न अज़ान है ना इक़ामत...!

सवाल :- *सबे क़द्र मे इबादत करना कितने महीनो की इबादत से अफ़ज़ल हे????

जवाब : 10000 महीने









 

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